
पंचम दिन – देवी स्कंदमाता(नवरात्रि विशेष Navratri 2021)
नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता* की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम
नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता* की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम
नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कूष्माण्डा देवी के स्वरूप की ही उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन
श्री देवी भागवत के तीसरे स्कन्द में नवरात्रि का विशेष महत्व वर्णन किया गया है | मनोवांछित सिद्धियाँ
माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक
*ब्रह्मचारिणी :-* नवरात्र पर्व के दूसरे दिन *माँ ब्रह्मचारिणी* की पूजा-अर्चना की जाती है। साधक इस
देवी दुर्गा के नौ रूप होते हैं। श्री दुर्गाजी जी का पहला स्वरूप में ’शैलपुत्री’ के नाम से जानी
ऋग्वेद-अध्याय(01) सूक्त 05: मंत्र 1 देवता: इन्द्र: ऋषि: मधुच्छन्दाः वैश्वामित्रः छन्द:
ऋग्वेद-अध्याय(01)-rig veda in hindi online सूक्त 04: मंत्र 1 ऋग्वेद अध्याय-01 सूक्त-4 में 10
ऋग्वेद-अध्याय(01)-rig veda in hindi online सूक्त 03: मंत्र 1 देवता: अश्विनौ ऋषि: मधुच्छन्दाः
यह कहानी (spiritual story) कल्पना से निकली है लेकिन बहुत गहरी है। उम्मीद है आपके जीवन को एक नई दिशा