प्रेम
प्रेम में जितना विरह बढ़ता जाता है उतना ही प्रेमियों के मध्य स्थूल घटता जाता है और जैसे-जैसे स्थूल
प्रेम में जितना विरह बढ़ता जाता है उतना ही प्रेमियों के मध्य स्थूल घटता जाता है और जैसे-जैसे स्थूल
प्रेम कितना गहरा है यह भला कैसे जान पाओगे… ! यह तो जाना जायेगा जब चुक जायेगा तुम्हारे यौवन का
Spirituality means-आध्यात्मिकता का अर्थ है आजकल की युवा पीढ़ी को पता भी नहीं होगा की
जिसके हाथो मेरी सारी व्यवस्था हम इंसान जब टूट जाते हैं टूट के बिखर जाते हैं तो हमें किसी और का
जिंदगी का वो सबब याद आ रहा है जिंदगी का वो सबब याद आ रहा है गलतियों से मिला वो सबक याद आ रहा
राधा ही कृष्ण और
कृष्ण ही राधा क्यों है ?
राधा कृष्णा(radha krishna) कोई दो नहीं
हे बिहारी जी भीड़ में भी सुकून मिलता है शोर में भी शांति मिलती है हे बिहारी जी आपके दरबार की तो
भगवान की कृपा(grace of god) तेरी कलम है कहानी मेरी है अच्छी हो या बुरी हूँ लिखा तो तुमने ही
विरह भाव :
श्री कृष्णा (shri Krishna)
source: Twitter
विरह भाव :कृष्ण(krishna) कहते
वृन्दावन की होली हे बिहारी जी , खुशबू आने लगी है अभी से रंगो और गुलालों की, बुला लो अब