
राजन जी महाराज के भजन-Rajan ji Maharaj bhajan lyrics
हिंदी में पढ़े rajan ji maharaj bhajan lyrics भजन की लिरिक्स, राजा जी खजनवा दे द – बधाई पद Raja Ji Khajanwa De Da , shriman narayan narayan hari hari lyrics
गुरुदेव ने कहा था कि धारा होदी रहो ही है सुत्त चार। चार पुत्तर होंगे महराज धैर्य रखे। राम जी आ गए, चक्रवर्ती जी सोचने लगे बढ़कात वागई लो बाकी के तीन को कहीं नहीं खिलवावत। बाद वाले तीन क्यों नहीं आ रहे हैं, अभी सोच ही रहे थे तक तो दासी आई। आकर बोली महराज बधाई हो। बधाई हो। महराज बधाई हो। महराज बोले किस बात के लिए जल्दी बताओ। बोले ऐसे नहीं बताऊंगी। ऐसे ना बताएं हम, कैसे बताईबू।
राजा जी खजनवा दे द – बधाई पद Raja Ji Khajanwa De Da – Badhai Pad | Pujya Rajan Jee:-
अरे राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
पाजी नाम हदीरा ऐसे हीरा रतनवां दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
पाजिन हमें अईसन , हीरा ललनवा दे द।
अरे राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
औरी का चाहें। ता हलका हसुनी काड़ा छाड़ा।
पाजु बंद जुमका डाड़ा।
हलका हसुनी काड़ा छाड़ा।
पाजु बंद जुमका डाड़ा।
हलका हसुनी काड़ा छाड़ा।
इहे और मनवा अपना कान के आए रणवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
इहे और मनवा अपना कान के आए रणवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवां दे द।
औरि का चाहें।
पाउं के पैजनियां दे द।
कमर कारधनियां दे द।
पाउं के पैजनियां दे द।
कमर कारधनियां दे द।
पाउं के पैजनियां दे द।
कमर कारधनियां दे द।
पाउं के पैजनियां दे द। कमर कारधनियां दे द।
कमर का रधनियां दे द।
इहे पापी चरवा अपना कर के कंगना दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
इहे पापी चरवा अपना कर के कंगना दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
एक दासी चुप चाप खड़ी थी। महराज बोले तहरा का चाहीं। वो बोली हमारा ता कुछ ना चाहीं। इहे इच्छा मनवा माही। हमारा ता कुछ ना चाहीं। इहे इच्छा मनवा माही। हमारा ता कुछ ना चाहीं। इहे इच्छा मनवा माही। हमारा तो कुछ ना चाही, यी है इहे इच्छा मनवा माही।

हमारा तो कुछ ना चाही, यी है इहे इच्छा मनवा माही।
यी है अपनी, गोद के ललनवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
पाजिन हमें अईसन , हीरा ललनवा दे द।
राजा जी खजनवा दे द।
रानी जी गहनवा दे द।
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राम जन्म सोहर गीत लिरिक्स | Ram Janm Sohar Geet Lyrics rajan ji maharaj bhajan lyrics
अइसन मनोहर मंगल मूरत सुहावन सुंदर सूरत हो
ये राजाजी ये करे ता रहलबा जरूरत मुहूरत खूबसूरत हो
हमारा जनात बबुआ जी एम होईहैं ना ना ललना डी एम होईहैं हो
ये ललना ( X3 ) हिंद के सितारा इ ता सी एम होईहैं ओसे उपरा पीएम होईहैं हो
होईहैं वाईस चांसलर यूनिवर्सिटी के मेयर लंदन सिटी के नु हो
ये ललना 3 ( X3 ) होम सेकेट्री गौरमेंट्री के ता हीरा अपना मिट्टी के नु हो
बबुआ हमार महाराज होईहैं राजाधिराज होईहैं हो
ये ललना धातु में हीरा पुखराज होईहैं सिरवा के ताज होईहैं हो
मुनिबाबा अइसन ज्ञानी होईहैं राजाजी अइसन दानी होईहैं हो
ये ललना अखिल भूमंडल राजधानी होईहैं ता प्रेयस खानदानी होईहैं हो
राम विवाह गीत लिरिक्स | Ram Vivah Geet Lyrics:-
राम जी से पूछे जनकपुर की नारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ ॥
तोहरा से पुछु मैं ओ धनुषधारी,
एक भाई गोर काहे एक काहे कारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ ॥
इ बूढ़ा बाबा के पक्कल पक्कल दाढ़ी,
देखन में पातर खाये भर थारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ ॥
राजा दशरथ जी कइलन होशियारी,
एकता मरद पर तीन तीन जो नारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ ॥
कहथिन सनेह लता मन में बिचारिन,
हम सब लगैछी पाहून सर्वो खुशहाली,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ ॥
राम जी से पूछे जनकपुर की नारी,
बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी,
बता दा बबुआ ॥
राम बने हैं दूल्हा सीता जी दुल्हनिया लिरिक्स:-rajan ji maharaj bhajan lyrics in hindi
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनिया,
आज होगा रे लगन, सीता जी का राम संग,
बड़ी शुभ है घड़ी, शुभ है घड़ी,
सब हर्षाये, सभी देते हैं बधाइयां,
कैसी जोड़ी है सजी, सीता संग राम की,
आएं देव सभी, देव सभी,
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनिया ॥
राम बनेंगे आज सिया वर,
जानकी राम प्रिया हो,
मंदिर मंदिर घर घर छाई,
चारो तरफ खुशियां हो,
जनक दुलारी ने रघुवर का,
जनक दुलारी ने रघुवर का,
आज किया है वरन हो,
राम ओढ़ाने आये, सीता को चुनरिया,
आज होगा रे लगन, सीता जी का राम संग,
बड़ी शुभ है घड़ी, शुभ है घड़ी,
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनिया ॥
धर्म निभाना है राजा को,
आज तो एक पिता का,
करना है कन्यादान जनक को,
आज तो अपनी सुता का,
जनक भरे हैं नैन में आंसू,
जनक भरे हैं नैन में आंसू,
दिल मे बड़ी ये दुआ हो,
तुमको लगे ना लाडो,
किसी की नज़रिया,
आज होगा रे लगन, सीता जी का राम संग,
बड़ी शुभ है घड़ी, शुभ है घड़ी,
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनिया ॥
अवधपुरी के सब नर नारी,
आज भरे हैं उमंग से,
दशरथ हर्षित हर्षित हैं सब,
माताएं इस संग से,
रघुनंदन ने पूरा किया है,
रघुनंदन ने पूरा किया है,
आज तो सबका स्वपन हो,
राम ब्याह के लाएं,
सीता को नगरिया,
आज होगा रे लगन, सीता जी का राम संग,
बड़ी शुभ है घड़ी, शुभ है घड़ी,
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनिया ॥
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनियां,
आज होगा रे लगन, सीता जी का राम संग,
बड़ी शुभ है घड़ी, शुभ है घड़ी,
सब हर्षाये, सभी देते हैं बधाइयां,
कैसी जोड़ी है सजी, सीता संग राम की,
आएं देव सभी, देव सभी,
राम बने हैं दूल्हा, सीता जी दुल्हनिया ॥
नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो भजन लिरिक्स
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
लक्ष्मण सा भाई हो,कौशल्या माई हो
स्वामी तुम जैसा मेरा रघुराई हो
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो…..
हो त्याग भरत जैसा,सीता सी नारी हो
लव कुश के जैसी सन्तान हमारी हो
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो…..
श्रद्धा हो श्रवण जैसी,शबरी सी भक्ति हो
हनुमान के जैसे निष्ठा और शक्ती हो
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो…..
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो.
हरी नाम नहीं तो जीना क्या लिरिक्स:-
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
इसे छोड़ विषय रस पीना क्या
काल सदा अपने रस डोले,
ना जाने कब सर चढ़ बोले।
हर का नाम जपो निसवासर,
इसमें बरस महीना क्या॥
भूषन से सब अंग सजावे,
रसना पर हरी नाम ना लावे।
देह पड़ी रह जावे यही पर,
फिर कुंडल और नगीना क्या॥
तीरथ है हरी नाम तुम्हारा,
फिर क्यूँ फिरता मारा मारा।
अंत समय हरी नाम ना आवे,
फिर काशी और मदीना क्या॥
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
इसे छोड़ विषय रस पीना क्या।
टॉप 10 राम जन्म बधाई गीत लिरिक्स | Ram Janam Badhai rajan ji maharaj bhajan lyrics:-
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां भजन लिरिक्स
ठुमक चलत रामचंद्र,
बाजत पैंजनियां ॥
किलकि किलकि उठत धाय,
गिरत भूमि लटपटाय,
धाय मात गोद लेत,
दशरथ की रनियां,
ठुमक चलत रामचन्द्र,
बाजत पैंजनियां ॥
अंचल रज अंग झारि,
विविध भांति सो दुलारि,
तन मन धन वारि वारि,
कहत मृदु बचनियां,
ठुमक चलत रामचन्द्र,
बाजत पैंजनियां ॥
विद्रुम से अरुण अधर,
बोलत मुख मधुर मधुर,
सुभग नासिका में चारु,
लटकत लटकनियां,
ठुमक चलत रामचन्द्र,
बाजत पैंजनियां ॥
तुलसीदास अति आनंद,
देख के मुखारविंद,
रघुवर छबि के समान,
रघुवर छबि बनियां,
ठुमक चलत रामचन्द्र,
बाजत पैंजनियां ॥
ठुमक चलत रामचंद्र,
बाजत पैंजनियां ॥
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री लिरिक्स
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री ,
दो सब को ये पैगाम घर घर जाओ री
कौशल्या रानी को सब दो बधाई,
माता केकई को सब दो बधाई,
माता सुमित्रा को सब दो बधाई,
आई रे बड़ी शुभ घड़ी आई,
देखो प्रगटे है चारो लाल मन हर्षायो री
सारे नगर में बाजे बधाई,
आज अयोद्या में बजे बधाई,
आई रे बड़ी शुभ घड़ी आई ,
सावन की जैसे बरसा छाई,
पावन है दिन का भाग, दिप झलाओ री
बँधन बार बंधाओ घर घर मे,
देव ऋषि हरसे अम्बर में,
भक्तो के पुराण काम खुशिया मनाओ री,
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री
पकड़ लो बाँह रघुराई नहीं तो डूब जाएँगे लिरिक्स
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
डगर ये अगम अनजानी,
पथिक मै मूड अज्ञानी ।
संभालोगे नही राघव,
तो कांटे चुभ जाएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
नहीं बोहित मेरा नौका,
नहीं तैराक मै पक्का ।
कृपा का सेतु बंधन हो,
प्रभु हम खूब आएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
नहीं है बुधि विधा बल,
माया में डूबी मती चंचल ।
निहारेंगे मेरे अवगुण तो,
प्रभु जी ऊब जाएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
प्रतीक्षारत है ये आँगन,
शरण ले लो सिया साजन ।
शिकारी चल जिधर प्रहलाद,
जी भूल जाएँगे ।
पकड़ लो बाँह रघुराई,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
नहीं तो डूब जाएँगे,
नहीं तो डूब जाएँगे ।
8. अनमोल तेरा जीवन यूँ ही गँवा रहा है लिरिक्स ANMOL TERA JIVAN YU HI GAVA RAHA HAI LYRICS:-
अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँहीं गवाँ रहा है,
(अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूहीं गवाँ रहा है,)
सपनों की नींद में ही, यह रात ढल ना जाएं,
पल भर का क्या भरोसा, कही जान निकल ना जाएं,
गिनती की है ये साँसें, यूँही लुटा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँहीं गवाँ रहा है,
(अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूहीं गवाँ रहा है,)
जायेगा जब यहाँ से, कोई ना साथ देगा,
इस हाथ जो दिया है, उस हाथ जाके लेगा,
कर्मों की है ये खेती, फल आज पा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँहीं गवाँ रहा है,
(अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूहीं गवाँ रहा है,)
ममता के बंधनों ने, क्यों आज तुझको घेरा,
सुख में सभी हैं साथी, कोई नहीं है तेरा,
तेरा ही मोह तुझको, कब से रूला रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँहीं गवाँ रहा है,
(अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूहीं गवाँ रहा है,)
जब तक है भेद मन में, भगवान से जुदा है,
खोलों जो दिल का दर्पण, इस घर में ही खुदा है,
सुख रुप हो के भी तू, दुख आज पा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँहीं गवाँ रहा है,
(अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूहीं गवाँ रहा है,)
अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूँहीं गवाँ रहा है,
(अनमोल तेरा जीवन, यूँ ही गँवा रहा है,
किस ओर तेरी मंजिल, किस ओर जा रहा है,
अनमोल तेरा जीवन, यूहीं गवाँ रहा है,)
राम गुण गाया नहीं गायक हुआ तो क्या हुआ भजन लिरिक्स:-
राम गुण गाया नहीं, गायक हुआ तो क्या हुआ,
पितु मातु मन भाया नहीं, लायक हुआ तो क्या हुआ,
गंगा नहाये प्रेम से, धोये धोय तन निर्मल किया,
मन मैंला धोया नही, गंगा नहाये से क्या हुआ,
राम गुण गाया नही, गायक हुआ तो क्या हुआ,
गाड़ी चढ़ छेला बणे वे, बागों में मैं घूमता,
घर की सती रोती रहे, बाबू बने तो क्या हुआ,
राम गुण गाया नही, गायक हुआ तो क्या हुआ,
खाकर नमक मालिक का, सेवा भी मुँख मोड़ता,
वो नोकर नमक हराम है, चाकर हुआ तो क्या हुआ,
राम गुण गाया नही, गायक हुआ तो क्या हुआ,
विद्या पढ़ पढ़ ज्ञानी बन गया, राम रंग रच्या नहीं,
दिल खोया वाद विवाद में, फिर पछताए क्या हुआ,
राम गुण गाया नही, गायक हुआ तो क्या हुआ,
मात पिता की जीते जी, सेवा तुमसें न बनी,
मरे पीछे श्राद्ध या तर्पण, करे तो क्या हुआ,
राम गुण गाया नही, गायक हुआ तो क्या हुआ,
राम गुण गाया नहीं, गायक हुआ तो क्या हुआ,
सिया बनी दुल्हन दूल्हा रघुराई है लिरिक्स SIYA BANI DULHAN LYRICS:-
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
दूल्ह रघुराई है,
जनक घर आए हैं,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
किसके सिर पर,
मुकुट सजो है,
किसकी मोतियन,
मांग भराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
राम जी के सिर पर,
मुकुट सजो है,
सिया जी की मोतियन,
मांग भराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
किस के संग,
पीतांबर सजो है,
किस की चुनरी में,
गांठ लगाई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
राम जी के तन,
पीतांबर सजो है,
सिया जी की चुनरी में,
गांठ लगाई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
किस के घर में बजी,
शहनाई है,
किस की मैया ने,
रुदन मचाई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
राजा दशरथ घर,
बजी शहनाई है,
सिया जी की मैया ने,
रुदन मचाई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
दूल्ह रघुराई है,
जनक घर आए हैं,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है,
सिया बनी दुल्हन,
दूल्हा रघुराई है।

दिनही उगल अंजोरिया ये लाल लिरिक्स
दिनहि उगल अंजोरिया ये लाल,
दिनहि उगल अंजोरिया ये लाल,
रघुवंशी दशरथ के घर में,
दिनहि उगल अंजोरिया ये लाल ॥
बाजे अवधवा में थरिया ये लाल,
बाजे अवधवा में थरिया ये लाल,
चैत मास नवमी के दिनवा,
बाजे अवधवा में थरिया ये लाल,
रघुवंशी दशरथ के घर में,
दिनहि उगल अंजोरिया ये लाल ॥
ब्रह्मा संग सब देवन सब आये,
इंद्र सुमन नभ से बरषाये,
ब्रह्मा संग सब देवन सब आये,
इंद्र सुमन नभ से बरषाये,
रस रस डोले बयरिया ये लाल,
रस रस डोले बयरिया ये लाल,
महक गईल उजडल फुलवरिया,
रस रस डोले बयरिया ये लाल,
रघुवंशी दशरथ के घर में,
दिनहि उगल अंजोरिया ये लाल ॥
कही भाट विरदावली गावे,
पंडित मंगल मंत्र सुनावे,
कही भाट विरदावली गावे,
पंडित मंगल मंत्र सुनावे,
सज सज गईल सगरी अटरिया ये लाल,
सज सज गईल सगरी अटरिया ये लाल,
गली गली सब सजल अवध में,
सज सज गईल सगरी अटरिया ये लाल,
रघुवंशी दशरथ के घर में,
दिनहि उगल अंजोरिया ये लाल ॥
आज मुदित मन बैठे राजा,
आज मुदित मन बैठे राजा,
दुअरा बजे छमा छम बाजा,
दुअरा बजे छमा छम बाजा,
लागेला भारी पगड़िया ये लाल,
लागेला भारी पगड़िया ये लाल,
राजन के सिर पर बांधल साफा,
लागेला भारी पगारिया ये लाल ॥
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