young, charismatic, spiritual teacher. serving towards his ideology of "Sab so Hita",
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Description
श्री हित अम्बरीष जी (shree hita ambrish ji) राधावल्लभ सम्प्रदाय के अंतर्गत आते है। और युवा आध्यात्मिक शिक्षक हैं। एक प्रेरणादायक गुरु जिन्होंने कई लोगों का जीवन बदल दिया है और उन्हें प्यार, भक्ति और निस्वार्थ सेवा से भरा रास्ता दिखाया है। वह अपने अनुभव की मधुर आवाज़ से बोलते है। श्री हित अम्बरीश एक प्रमुख जीवन कोच और सलाहकार हैं, जो वर्तमान में भारत के वृंदावन में स्थित हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण हिसार, हरियाणा में हुआ, और यहीं से उनके जीवन की यात्रा शुरू हुई। अपनी शिक्षा और प्रशिक्षण के बाद, उन्होंने देशभर में विभिन्न स्थानों पर अपने ज्ञान और अनुभव को साझा किया है।
भक्तमालः हित अंबरीश
अन्य नाम – महाराज जी
गुरु – आचार्य श्री हित हरिवंशजी
आराध्य – राधा कृष्ण
जन्म – 9th अक्टूबर 1983
जन्म स्थान – हिसार, हरियाणा, भारत
वैवाहिक स्थिति: विवाहित
भाषा – हिंदी, अंग्रेजी
प्रसिद्ध – आध्यात्मिक संत, भक्ति गायक
श्री हित अम्बरीष जी का जीवन दर्शन प्रामाणिकता, स्पष्टता और सहजता पर आधारित है। वे जीवन की कठिनाइयों और सफलताओं से सीखे गए अनुभवों को साझा करते हैं, जिससे वे श्रोताओं की सोच को गहराई से प्रभावित करते हैं। उनकी बातें आमतौर पर खुशी, सफलता और जटिलताओं जैसे शब्दों की गहराई को समझाने पर केंद्रित होती हैं, जिससे श्रोताओं को एक नया दृष्टिकोण प्राप्त होता है। वे अपने श्रोताओं को प्रेरित करते हैं कि वे कठिन सच्चाइयों का सामना करें और खुद को अपने जीवन का सच्चा नेता बनने के लिए तैयार करें। उनका मानना है कि सही और आसान के बीच चुनाव करते समय, योद्धा की तरह सोचने की जरूरत है और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उनका कहना है कि यह जीवन में सही निर्णय लेने की आधारशिला है।
श्री हित अम्बरीष जी के भाषणों ने श्रोताओं को आत्म-विश्लेषण और स्वीकृति के साथ अपने भीतर झाँकने की प्रेरणा दी है। वे अनुशासन को एक साधारण कार्य नहीं मानते, बल्कि इसे जीवन की दिशा बदलने वाली एक शक्तिशाली शक्ति मानते हैं। 2006 से, श्री हित अम्बरीश आध्यात्मिक प्रवचन दे रहे हैं और युवाओं के साथ संवादात्मक सत्र आयोजित कर रहे हैं। उन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। उनके संवादात्मक सत्र कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों में आयोजित किए गए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य श्रोताओं को आज की चुनौतियों का समाधान खोजने और चिंतन की शक्ति से अपने विचारों को खोलने में मदद करना है।
आदर्श युवा आध्यात्मिक गुरु
भारत में आध्यात्मिक पुनर्जागरण और वसुधैव कुटुंबकम को बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान के लिए हिता अंबरीश को 21 फरवरी 2020 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली, भारत में आयोजित 10वीं भारतीय छात्र संसद (भारतीय छात्र संसद) में आदर्श युवा आध्यात्मिक गुरु पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
दीपक जलाते ही जिस तरह प्रकाश फैल जाता है वैसे ही संतों की शरण में आते ही प्रभु भक्ति का भाव जग जाता है। संत का एक वाक्य ही जीवन में बदलाव ला देता है। मन अभिमान छोड कर ही संतों की शरण में जाएं तो जीवन में अनोखा परिवर्तन पाएंगे।