
आज हम सभी क्यों परेशान है और मन में इतना भटकाब क्यों है ?
मन से भागना छोड़ दे हम सभी के पास गिने चुने दिन मिलते है ये जानकर भी हम कभी भी परम सच से नहीं
मन से भागना छोड़ दे हम सभी के पास गिने चुने दिन मिलते है ये जानकर भी हम कभी भी परम सच से नहीं
राधा रानी भक्त गुलाब सखी श्री बरसाने में प्रेम सरोवर के मार्ग पर एक समाधी बनी हुई है। जिसे हर कोई
भाव वाली कविता बिहारी जी के लिए एक भक्त का प्यार कौन कहता है नदियों के दोनों किनारे कभी मिल नहीं
सोना ठीक है पर जागते हुए गहरी नींद में सोना गलत है एक बार भगवान गौतम बुद्ध(gautam buddha) एक गाँव
उसकी मर्ज़ी से हो फिर उस बात पे कभी शक न हो। हमारे जीवन में जो भी घटित होता हैं, उसका कहीं न कहीं
एक सुकून पाने की तलाश में कितनी बेचैनिया पाल ली ' लोग कहते है हम बड़े हो गए और हमने जिंदगी संभाल
कहाँ तक विश्वास(faith) इस बात को कोई कैसे समझा सकता है..ये शब्दों का विषय नहीं ये इंसान की अनुभूति