
बिहारी जी ने अपने भक्त को इत्र की शीशी क्यों दी ?
28 फरवरी 2010 को होली महोत्सव पर श्री गौरव कृष्ण जी महाराज(gaurav krishna goswami) ने बांके बिहारी
हर युग में भगवान और भक्त के गाथा हमे भगवान की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। कहते है सिर्फ भगवान के साथ ही हमारा रिश्ता सच्चा है। ऐसे कई भक्त हुए जिन्होंने अपनी भक्ति से ये साबित कर दिया की भगवान को जो सिर्फ पत्थर मानते है वो उनके लिए पत्थर है और जो सच में उनको अपना सब कुछ मानते है उनके लिए वो आज भी प्रत्यक्ष है। आम इंसान एक भक्त के साथ जो भी होता है उसे चमत्कार का नाम देते है। और ये सच भी है क्युकी अपने भक्त के लिए हर असंभव काम को वो संभव कर जाते है।
28 फरवरी 2010 को होली महोत्सव पर श्री गौरव कृष्ण जी महाराज(gaurav krishna goswami) ने बांके बिहारी
"तुम भगवान को भी संसार की दृष्टि से देखते हो लेकिन मैं संसार को भी आध्यात्मिक दृष्टि
"कृष्ण प्रेम" रोनाल्डो हेनरी निक्सन रोनाल्ड निक्सन का पूरा नाम रोनाल्डो हेनरी निक्सन था। यह अंग्रेज
खाते है वो कोई भाव से खिलाने वाला चाहिए आते है नज़र वो बस देखना वाला चाहिएपुरानी बात है वृंदावन
बिहारी जी खुद अपने भक्त की गवाही देने आये बांके बिहारी के चमत्कार(banke bihari temple
बांके बिहारी जी के चमत्कार(banke bihari temple miracles) की सच्ची घटनाठाकुर जी से जो भी संबंध
यू तो बिहारी जी के चमत्कारों को गिन पाना आसान नहीं है फिर भी एक अनुभूति के लिए
बांके